सनातन धर्म के सत्य को जानना और सनातन धर्म का विज्ञानं से सम्बन्ध--इसमें आइये हम आपको कैलाश पर्वत जो की शिव जी का निवास स्थान है उसके रहस्यों के बारे में कुछ बाते बताये.
आज तक कोई भी कैलाश पर्वत की शिखर पर नहीं
चढ़ पाया है.इससे ऊँचे पर्वत शिखरों पर लोग जा चुके है फिर कैलाश पर्वत पर लोग
क्यों नहीं जा सके.
कैलाश पर्वत की ऊचाई 6638 M है.जब कि माउंट
एवेरस्ट की ऊचाई 8848 M है.ऊँचा होने के बावजूद वहाँकी चड़ाई चढ़ी जा चुकी है.
अलौकिक
शक्ति का केंद्र---
यह एक ऐसा केंद्र है जो एक्सेस मुंडी कहा जाता है.यानि आकाशीय भोगोलिक धूर्व का केंद्र है.यहाँ पर दसों दिशाए मिलती है.
साइन्टिस्ट लोगो के अनुसार एक्सिस मुंडी वह स्थान है जहाँ अलौकिक शक्ति बहती
है.इन शक्तियों से हम सम्बन्ध बना सकते है.
लाइट का चमकना ------
कहा जाता है कि कैलाश पर्वत से सात तरह की लाइट आसमान में चमकती हुई दिखाई देती है.
नासा के वैज्ञानिको का कहना है कि यहाँ
ऐसा चुम्बकीय बल के कारण होता है.
ओउम् और डमरू की आवाज ------
वैज्ञानिको का कहना है कि हो सकता है यह आवाज बर्फ के पिघलने की हो.कभी कभी
ध्वनि और प्रकाश के बीच समागम होता है तो ऐसी आवाज होती हो.
हिमालय का केंद्र ------
धरती में एक ओर नार्थ धुव् है दूसरी ओर साउथ ध्रुव है.दोनों के बीच हिमालय के केंद्र मे कैलाश पर्वत है.
वैज्ञानिकओ के अनुसार
कैलाश पर्वत धरती का केंद्र है.यह चार मुख्य धर्म का केंद्र हा हिन्दू,सिख.बौद्धऔर
जैन धर्म.
विशालकाय पिरामिडनुमा ------
कैलाश पर्वत एक विशालकाय पिरामिड है.जो करीब सौ छोटे पिरामिड है.
यहाँ आसपास कोई भी बड़ा पर्वत नहीं है.कैलाश की संरचना कंपास के
चार बिन्दुओ के समान है.
सभी नदियां यहाँ से निकलती है ------
कैलाश पर्वत के चारो दिशाओ से नदियाँ बहती है.जैसे ब्रम्हा पुत्र सिन्धु सतलज व् करनाली.इन नदियो से ही गंगा सरस्वती व् चीन में अन्य नदिया बहती है.
चारो दिशाओ में कई जानवरों के मुख बने है जिनसे नदिया निकलती है.
पूर्व में अश्व मुख,पशिम में हाथी का मुख,उत्तर में सिंह का मुख और
दक्चिन में मोरे का मुख है.
कैलाश पर्वत की चोटियो में झील:-
कैलाश पर्वत के बीच मानसरोवर झील है इस झील का पानी काफी शांत रहता है यहाँ का मौसम बहुत शांत व् सुन्दर रहता है.
यहाँ कभी
उफान नहीं आता.इस झील का पानी काफी मीठा है.यह 320 वर्ग फीट में फैली है.
दूसरी रालसताल झील यह दुनिया की सबसे ऊँची झील है.इसका पानी बहुत खारा है.यहाँ का वातावरण बहुत डरावना है.
इस झील में हमेशा
उफान आते रहते है.यह झील 225 वर्ग फीट में फैली है.
ऐसा माना जाता है की कैलाश पर्वत पर थोडा
ऊपर चढ़ते ही ब्यक्ति दिशा हीन हो जाता है.इस लिए कोई भी इन्सान आज तक कैलाश शिखर
पर नहीं चढ़ सका है.
हिन्दू धर्म के अनुसार कैलाश पर्वत भगवान् शिव का निवास स्थान माना जाता है.
ऐसी भी मान्यता है की जो अच्छे कर्म करता है उसे
स्वर्ग अर्थात कैलाश पर्वत में जगह मिलती है.यहाँ पर भगवान् शिव अपने परिवार सहित
रहते है.
इसीलिए कहा जाता हैकि सनातन हिन्दू धर्म की
लीला अपरम्पार है|
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